सिक्के न लेने से बढ़ती है मंहगाई – 1 रुपए एवं 2 रुपए के सिक्के लेनदेन में स्वीकार ना करने वाले महंगाई तेजी से बढ़ाने में अपना योगदान देते हैं। क्योंकि ऐसी स्थिति में वस्तुओं के भाव 5 रुपए या 10 रुपए के फिगर में बढ़ते है। कुछ स्थानों में वस्तुओं के दाम 5,7,8,9, रुपए इस तरीके से बने हुए हैं क्योंकि वहां पर 1,2 रुपए के सिक्के चलन में है। जबकि कुछ स्थानों में 5,10 रुपए इस तरीके से रेट रखें जा रहे हैं क्योंकि वे 1 ,2 रुपए के सिक्के स्वीकार नहीं कर रहे। रेट के इस कुचक्र को यदि तोड़ना है तो 1 रुपए 2 रुपए के सिक्के स्वीकार करना सभी पुनः प्रारंभ करें अन्यथा चीजें के दाम अनाप-शनाप रूप में बढ़ते रहेंगे।
ध्यान रखें रिजर्व बैंक निर्देशानुसार वर्तमान में 50 पैसे, 1 रुपए, 2 रुपए,5 रुपए और 10 रुपए मूल्य के सिक्के भी वैध मुद्रा में है। सिक्कों को स्वीकार न करना भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा निर्देशों के अनुसार कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है।